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JEE Advanced 2021 Topper: जेईई एडवांस्ड 2021 टॉपर मृदुल को मिला 10 साल का हाईएस्ट स्कोर, बताया अपना सक्सेस मंत्र

जेईई एडवांस्ड 2021 के रिजल्ट की घोषणा कर दी गई है. आईआईटी खड़गपुर ने ऑफिशियल वेबसाइट jeeadv.ac.in पर दिन के करीब 10.10 बजे परिणाम का लिंक एक्टिव किया. इस बार आईआईटी जेईई एडवांस्ड 2021 टॉपर (JEE Advanced topper 2021) मृदुल अग्रवाल बने हैं. जयपुर के मृदुल ने न सिर्फ जेईई एडवांस्ड 2021 में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल किया है, बल्कि एक इतिहास भी बनाया है. उन्होंने बीते 10 साल में जेईई एडवांस्ड परीक्षा में सबसे ज्यादा स्कोर हासिल किये हैं.

इस बार जेईई एडवांस्ड परीक्षा कुल 360 अंकों की हुई थी. मृदुल को 348 अंक मिले हैं. प्रतिशत में यह 96.66 फीसदी है. यह स्कोर 2011 से अब तक का हाईएस्ट है. जेईई एडवांस्ड 2020 टॉपर को 396 में से 352 अंक मिले थे. यानी 88.88 फीसदी. जबकि बीते 10 साल में जो सबसे ज्यादा स्कोर रहा है, वह 2012 में जेईई एडवांस्ड टॉपर को मिला था, 96 फीसदी. आइये जानते हैं मृदुल और उनके सक्सेस टिप्स के बारे में…

Mridul Agarwal Family

मृदुल के पिता का नाम प्रदीप अग्रवाल और मां का नाम पूजा अग्रवाल है. पिता प्रदीप अग्रवाल एक प्राइवेट कंपनी में फाइनांस हेड हैं. जबकि मां पूजा होम मेकर (गृहिणी) हैं. मृदुल का एक छोटा भाई है, जो अभी 7वीं क्लास का स्टूडेंट है. पैरेंट्स बताते हैं कि मृदुल हमेशा से ही मेधावी छात्र रहा है. उसने सीबीएसई से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा पास की है. बोर्ड में भी मृदुल को 98.2 फीसदी अंक मिले थे. इसके अलावा जेईई मेन फरवरी सेशन में मृदुल को 99.999 परसेंटाइल और जेईई मेन मार्च सेशन में 100 परसेंटाइल मिले थे.

Mridul Agarwal Success Tips

मृदुल ने बताया कि वह रोज 12 से 14 घंटे पढ़ाई करते थे. इसमें कोचिंग क्लासेज़ के अलावा 6 से 7 घंटे की सेल्फ स्टडी शामिल होती थी. आईआईटी की तैयारी के लिए मृदुल ने 9वीं कक्षा में ही Allen के 4 साल का क्लासरूम प्रोग्राम ज्वाइन कर लिया था. मृदुल बताते हैं कि जब कोविड महामारी आयी, तब स्कूल कोचिंग में फिजिकल क्लासेज़ बंद होने से मिले एक्स्ट्रा टाइम का उन्होंने भरपूर फायदा उठाया. इस दौरान उन्होंने अपनी पढ़ाई का समय बढाया. इस दौरान लगातार चल रही ऑनलाइन क्लासेज़ का भी फायदा मिला. जिसमें वह अन्य स्टूडेंट्स के साथ मिलकर डाउट्स क्लीयर करते थे.

मृदुल बताते हैं कि जेईई की पूरी तैयारी के दौरान अन्य स्टडी मैटीरियल्स के साथ-साथ वह एनसीईआरटी की किताबें फॉलो करते रहे. यहां तक कि लैबोरेटरी मैनुअल का पार्ट भी, जहां से केमिस्ट्री के कई सवाल पूछे जाते हैं. मृदुल गूगल सीईओ सुदंर पिचई को अपनी प्रेरणा मानते हैं. सुंदर पिचई की आईआईटी खड़गपुर से लेकर सिलिकॉन वैली और गूगल के सीईओ बनने तक के सफर ने उन्हें काफी प्रोत्साहित किया. अपनी सफलता के लिए वह परिवार और शिक्षकों को भी बराबर का आभार देते हैं. मृदुल ने कहा कि मुश्किल समय में मां से उन्हें निरंतर प्रोत्साहन मिलता रहा.

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