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कारों की वेटिंग पीरियड के फिलहाल कम होने के संकेत नहीं, केन्द्रीय मंत्री ने बताया कब खत्म होगी चिप की किल्लत

इस साल कार की बुकिंग करने वाले ग्राहकों को अपनी कार पाने के लिये महीनों इंतजार करना पड़ रहा है. स्थिति ये है कि ऊंची डिमांड में रहने वाली कई कारों का वेटिंग पीरियड 6 महीने से ज्यादा तक पहुंच गया है.,वहीं इस देरी की वजह से बुकिंग रद्द होने की रफ्तार भी बढ़ रही है. हालांकि इस स्थिति में जल्द सुधार नहीं होता दिख रहा. सरकार की माने तो मई जून से चिप की आपूर्ति सामान्य हो सकती है.

कब खत्म होगी चिप की किल्लत

कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देने के बाद चिप की किल्लत पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कोविड की वजह से सप्लाई और डिमांड में काफी अंतर देखने को मिला है. उनके मुताबिक कोविड की वजह से लगभग सभी काम डिजिटल तरीके से किया गया जिससे उपकरणो की मांग बढ़ी. वहीं दूसरी तरफ कई प्लांट बंद होने से चिप की सप्लाई में गिरावट देखने को मिली. उन्होने कहा कि आज की स्थिति में इंडस्ट्री ने जो जानकारी दी है उसके मुताबिक 6 से 8 महीने में चिप्स की आपूर्ति सामान्य होने लगेगी. उन्होने साफ कहा कि ये कोई तय आंकड़ा नहीं है क्योंकि आने वाले समय में स्थिति किसी भी तरफ पलट सकती है.

चिप की कमी से बुकिंग में आई गिरावट

वाहन उद्योग संगठन सियाम ने जानकारी दी है कि सेमीकंडक्टर (चिप) की कमी के चलते देश में यात्री वाहनों की थोक बिक्री में नवंबर में 19 प्रतिशत की गिरावट आई है. सियाम ने बताया कि सेमीकंडक्टर की शॉर्टेज की वजह से गाड़ियों की मैन्यूफैक्चरिंग और सप्लाई पर बुरा असर पड़ रहा है. चिप की कमी के कारण ही पिछले महीने यात्री वाहनों (पीवी) की थोक बिक्री 2,15,626 इकाई रही, जो नवंबर 2020 की 2,64,898 इकाई से 19 प्रतिशत कम है. वहीं इसी वजह से बीता फेस्टिव सीजन कई सालों में सबसे बुरा सीजन साबित हुआ है. फिलहाल कंपनियों को कारों की बुकिंग की चिंता है, मारुति पहले ही जानकारी दे चुकी है कि उसे 2 लाख से ज्यादा कारों को उनके ग्राहकों को सौंपना है. वहीं फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ने जानकारी दी कि सामान्य दिनों के मुकाबले ऑर्डर रद्द करने की रफ्तार 2 गुना से कहीं ज्यादा बढ़ गयी है. फिलहाल एक महीने में औसतन 40 से 45 हजार बुकिंग रद्द हो रही हैं. ये आंकड़ा अगस्त तक 15 हजार से 20 हजार के स्तर पर था.

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