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जाम में फंसी कार पर बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां, एक हिस्ट्रीशीटर समेत दो लोगों की मौत

बिहार की राजधानी पटना में आज एक बड़ी वारदात सामने आई है. बाइपास थाना क्षेत्र के नेशनल हाइले पर कसेरा धर्मकांटा के पास दो लोगों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई गईं. पटना सिटी के रहने वाले अभिषेक वर्मा और उसके दोस्त सुनील को गोली मारकर बदमाश मौके से फरार हो गए. बता दें कि अभिषेक वर्मा गुंजम खेमका हत्याकांड का आरोपी था. कई थानों में भी उस पर केस दर्ज थे. जिस समय गोलीबारी की घटना हुई कार की पीछे वाली सीट पर सुनील की पत्नी, बेटी और बहन भी बैठे हुए थे. हालांकि वे सभी लोग सुरक्षित हैं.

ऐसा लग रहा है कि जैसे जानबूझकर अभिषेक को ही निशाना बनाया गया हो. इस घटना की खबर मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने बताया कि अभिषेक अपने दोस्त सुनील के साथ क्रेटा कार से दिल्ली जाने के लिए शनिवार शाम को घर से निकला था. शाम को ही करीब 6.30 बजे अज्ञात अपराधियों ने कसेरा धर्मकांटा के पास कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं. इस घटना में दोनो बहुरी तरह से घायल हो गए. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए NMCH ले जाया गया. डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है.

 शख्स ने कार पर की ताबड़तोड़ फायरिंग

सुनील कुमार की पत्नी आभा निशा का कहना है कि उनकी क्रेटा कार बाइपास पर जाम में फंस गई थी. जब तक वे लोग कुछ समझ पाते, एक शख्स ने सामने से आकर अभिषेक और सुनील पर गोलियां बरसा दीं. निशा ने बताया कि इस हमले में दोनों के सिर और शरीर के दूसरे हिस्सों में कई गोलियां लगीं थीं. जाम और सड़क पर भीड़ होने की वजह से हमलावर बचकर भागने में कामयाब हो गया. चश्मदीद निशा ने बताया कि दोनों जख्मी हालत में कार में ही पड़े थे. जिसके बाग उन्होंने एक ऑटो में बिठाकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.

फायरिंग में हिस्ट्रीशीटर की मौत

पटना सिटी एसपी पूर्वी जितेंद्र कुमार ने बताया कि अभिषेक उर्फ मस्तु का लंबा आपराधिक इतिहास है. वह वैशाली के गांधी सेतु पर 2018 में बहुचर्चित गुंजन हत्याकांड में मुख्य आरोपी था. उसके खिलाफ कई थानों में 2009 से 2021 तक कई आपराधिक केस दर्ज किए गए. पुलिस अधिकरी ने बताया कि मुख्य रूप से अभिषेक ही अपराधियों के निशाने पर था.

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