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लखनऊ में रेलवे इंजीनियर को नग्नकर बनाया वीडियो, वायरल करने की धमकी देकर मांगी रंगदारी

लखनऊ में रेलवे से रिटायर इंजीनियर के घर अजब वारदात को अंजाम दिया गया। एक ठेकेदार के कर्मचारी ने अपने साथियों के साथ इंजीनियर को बंधक बना लिया। इंजीनियर को नग्नकर वीडियो बनाया। फिर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। ऐसा न करने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी।

इंजीनियर के घर लूटपाट भी की। ज्यादा रुपये न होने पर एटीएम कार्ड छीन लिया। भागने से पहले घर में रखी महंगी घड़ी व जूते तक उठा ले गये। सूचना मिलने पर पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपित कानपुर का रहने वाला है। उसे इंजीनियर के घर में लाखों रुपये होने का पता चला था, इसलिये ही उसने साथियों के साथ लूट की साजिश रची थी।

विभूतिखंड थाना क्षेत्र के वास्तुखंड में रेलवे से रिटायर अधीक्षण अभियंता रामपाल सिंह रहते हैं। रामपाल के मुताबिक वह रिटायर होने के बाद आर एंड सी इंफ्रा इंजीनियर प्रा. लि. में अयोध्या हाईवे प्रोजेक्ट का काम कर रहे हैं।

आठ अगस्त की रात करीब दो बजे कानपुर के बिठूर में रहने वाला अभिषेक अपने चचेरे भाई गोलू और दोस्त असलम के साथ घर आया। रामपाल जब रेलवे के दोहरीकरण काम के प्रोजेक्ट मैनेजर थे, तब वहां काम कर रही एक बड़ी कम्पनी में अभिषेक सुपरवाइजर था।

अभिषेक ही पहले कमरे में घुसा था, फिर उसके साथी मुंह बांधे कमरे में आये।  विरोध करने पर उन लोगों ने चाकू निकाल लिया, फिर उन्हें बिजली के तार से बंधक बना लिया। मुंह में कपड़ा भी ठूंस दिया था। इसके बाद आलमारी खंगालने लगे। सिर्फ नौ हजार रुपये व घड़ी मिलने पर एटीएम कार्ड व मोबाइल फोन छीन लिया।

चाकू से कपड़े फाड़ डाले

रामपाल ने बताया कि तीनों ने कम रुपये मिलने पर अपशब्द कहे और चाकू से उनके कपड़े फाड़ डाले। फिर पूरी तरह से नग्न कर उनका वीडियो बनाया। इन लोगों ने एटीएम कार्ड का पिन भी लिया। फिर कहा कि अगर 10 लाख रुपये जल्दी ही नहीं दिये तो ये वीडियो वायरल कर दिया जायेगा।

मूल रूप से काशीपुर, उद्यमसिंह नगर के रहने वाले रामपाल विभूतिखंड में अकेले ही रहते हैं। बदमाशों के जाने के बाद उन्होंने अपने बेटे आकाश को इसकी सूचना दी। आकाश ने ही पुलिस को बताया। लूट की सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्र मौके पर पहुंचे।

सात दिन पहले रची साजिश

इंस्पेक्टर डॉ. आशीष ने बताया कि रामपाल और अभिषेक एक दूसरे से पुराने परिचित थे। बिठूर में रेलवे के दोहरीकरण के दौरान अंडर पास बनवाने समय वहां काम कर रही निजी कम्पनी में अभिषेक सुपरवाइजर था। तब से उनका परिचय है।

अभिषेक ने पुलिस को बताया था कि उन्हें पता चला था कि रामपाल के घर में 80 लाख रुपये से अधिक रकम मिलेगी। इस पर ही उसने चचेरे भाई अभिषेक उर्फ गोलू, असलम और गौरव के साथ लूट की साजिश सात दिन पहले रची थी। पुलिस ने अभिषेक, गोलू व गौरव को गिरफ्तार कर लिया है। असलम की तलाश की जा रही है।

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