उत्तर प्रदेशप्रयागराजबड़ी खबर

डेंगू के बढ़ते प्रकोप से प्रयागराज में दहशत, 300 पहुंची संक्रमितों की संख्या

डेंगू एक जानलेवा मौसमी बीमारी है, और पिछले कुछ दिनों से प्रयागराज में डेंगू के प्रकोप में वृद्धि दर रही है। बरसात के मौसम के बाद, जलभराव की समस्या बढ़ गई है, जिसके कारण डेंगू बीमारी का खतरा भी बढ़ गया है। यहां तक कि संक्रमित लोगों की संख्या भी बहुत तेजी से बढ़ रही है और इसका असर अस्पतालों में दिखाई दे रहा है।

डेंगू एक वायरस के कारण होता है, जिसके प्रमुख बूटिंग माध्यम मादा एडीस मॉस्किटो होता है। यह मौसमी बीमारी गर्मियों के मौसम में अधिक प्रबल होती है, क्योंकि इस समय मॉस्किटो की प्रजातियों की वृद्धि होती है।

डेंगू के लक्षण आमतौर पर बुखार, थकान, ज्यादा पसीना आना, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, आंखों के पीछे की ओर दर्द, और खून की कमी जैसे होते हैं। अगर किसी को ये लक्षण दिखाई दें तो उन्हें तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।

जिला मलेरिया विभाग के अनुसार, प्रयागराज में कुल डेंगू के मरीजों की संख्या अब तक 91 है। लेकिन एक यूडीएस पोर्टल पर संक्रमितों की संख्या 300 पहुंच गई है, और इसके बाद से जिला स्वास्थ्य और मलेरिया विभाग आंकड़ों को अपडेट कर रहा है।

डेंगू के प्रकोप के चलते सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा, प्राइवेट अस्पतालों में भी डेंगू के मरीजों की भर्ती की जा रही है।

मुख्य चिकित्साधिकारी आशू पांडेय के अनुसार, यूडीएस पोर्टल पर पॉजिटिव परिणाम प्राप्त करने वाले मरीजों की संख्या है, लेकिन जिले में डरने की बात नहीं है। पोर्टल पर दर्ज रिपोर्ट वास्तविक जानकारी के साथ मेल नहीं खाती है, और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने तत्परता से इस समस्या का समाधान किया है।

स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार नजर रख रही हैं और डेंगू के मामलों का प्रबंधन कर रही हैं। इसके साथ ही, प्राइवेट अस्पतालों में भी स्थिति की निगरानी की जा रही है और डेंगू के मरीजों के इलाज की सुनिश्चित की जा रही है।

डेंगू एक खतरनाक बीमारी है और इसके प्रकोप के बढ़ने से लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। डेंगू के लक्षणों को नकारात्मक नहीं छोड़ना चाहिए और तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।

Related Articles

Back to top button