उत्तर प्रदेशलखनऊ

हिरासत में लिए गए प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति के कार्यकर्ता

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही कुम्हारों की हत्या और उत्पीड़न को लेकर प्रजापति शोषित समाज संघर्ष समिति के आह्वान पर कुम्हार समाज के लोग शुक्रवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा पर प्रदर्शन करने पहुंचे। विधानसभा पर पहले से तैनात पुलिस ने छेदीलाल प्रजापति समेत दर्जनों लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया। घेराव के दौरान कुम्हारों की पुलिस प्रशासन से झड़प भी हुई।

बाद में प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल को संबोधित पांच सूत्री एक ज्ञापन शासन के प्रतिनिधि को सौंपा। राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में उत्तर प्रदेश में कुम्हारों की हत्या और उत्पीड़न के सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने और कुम्हारों की हत्याएं उत्पीड़न और बलात्कार की सभी घटनाओं की जांच न्यायमूर्ति की अध्यक्षता में कराने की मांग की है। इसके अलावा लखनऊ जिला कारागार में रुपेश कुमार प्रजापति की हत्या और गोरखपुर में फर्जी पुलिस मुठभेड़ में विजय प्रजापति की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।

समिति की यह भी मांग है कि हत्या के शिकार कुम्हारों के परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने कुम्हारों की पट्टे वाली जमीन पर अवैध अतिक्रमण तत्काल हटाने की मांग की गई है। विधानसभा घेराव में हत्या और उत्पीड़न के शिकार लोगों के परिजन भी भारी संख्या में शामिल रहे। इसमें सीतापुर से रुपेश कुमार प्रजापति की पत्नी लाली देवी वाराणसी से, कन्हैयालाल प्रजापति की पत्नी माया प्रजापति गोरखपुर से विजय प्रजापति की पत्नी प्रमिला प्रजापति मैनपुरी के खरपरी से मोहित प्रजापति प्रमुख हैं।

विधानसभा घेराव में पीएस4 के संरक्षक चेखुर प्रसाद प्रजापति, मिर्जापुर जिला संयोजक सोहन लाल प्रजापति उर्फ रिंकू, वाराणसी जिला संयोजक उमाशंकर प्रजापति, ,उत्तर प्रदेश ग्राम्य विकास विभाग के पूर्व अतिरिक्त निदेशक डॉण्दनी प्रजापति, कुम्हार , मिर्जापुर के रमेशचंद्र प्रजापति उर्फ पप्पू, मंसाराम राजभर, श्यामलाल प्रजापति, राकेश प्रजापति और सत्यवीर सिंह प्रजापति समेत हजारों लोग शामिल रहे।

Related Articles

Back to top button