अयोध्याउत्तर प्रदेश

अयोध्या जमीन खरीद मामले में CM के आदेश के बाद जांच हुई तेज, ब्योरा जुटा राजस्व विभाग इसी हफ्ते देगा रिपोर्ट

अयोध्या में राम जन्मभूमि के आसपास की जमीन खरीदने के हाई प्रोफाइल मामले (Ayodhya Ram Janam Bhoomi Land Deal) को लेकर अब जांच का दायरा और बढ़ सकता है. अयोध्या भूमि सौदों में कई राज्य मंत्रियों, अधिकारियों के रिश्तेदारों के नाम सामने आने और कांग्रेस के आरोपों के बाद हाल ही में योगी सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए थे. जिसके बाद अब मामले में इलाके में हाल के कुछ सालों में ली गई जमीनों का ब्योरा जुटाने का काम शुरू कर दिया है.

राजस्व विभाग ने बरहटा मांझा गांव (Barhata Manjha) और इसके आसपास हाल के कुछ सालों में ली गई जमीनों का ब्योरा जुटाने का काम शुरू कर दिया है. विशेष सचिव राजस्व राधेश्याम मिश्रा ने अयोध्या से जमीन संबंधी सभी दस्तावेज मंगा लिए हैं. इसकी पड़ताल करने के बाद वह अपनी रिपोर्ट इसी हफ्ते अपर मुख्य सचिव राजस्व मनोज कुमार सिंह को सौंप सकते हैं. इसके बाद इसे मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा.

पता लगाया जा रहा किसने कब खरीदी जमीन

इस गांव में आईएएस, पीसीएस, बिजली विभाग के अवर अभियंताओं, राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ ही नेताओं आदि ने औने-पौने दामों पर जमीनें खरीदी हैं. मुख्यमंत्री ने इस मामले का खुलासा होने के बाद पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है. विशेष सचिव राजस्व ने इसकी जांच शुरू कर दी है. जांच में राजस्व विभाग के अधिकारियों से मौका-मुआयना करते हुए जमीन से जुड़े सभी दस्तावेज मांगे गए हैं. कागजात इक्कट्ठा हो चुके हैं. इसमें यह पता लगाया जा रहा है कि कितनी जमीनें कब-कब किसने खरीदी हैं.

2019 में राम मंदिर निर्माण को मंजूरी मिलने के बाद से ही यहां जमीन की खरीद शुरू हो गई है. विधायकों से लेकर बड़े अधिकारियों के रिश्तेदार यहां जमीन खरीद रहे हैं. जमीन खरीदने वालों में विधायक, मेयर, राज्य ओबीसी कमिशन के सदस्य, डिविजनल कमिश्नर, SDM, पुलिस अधिकारी शामिल हैं. जिसके बाद से कांग्रेस लगातार इस मामले को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रही है. ऐसे में हाल ही में सीएम योगी ने मामले में जांच के आदेश दिए थे.

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