उत्तर प्रदेशलखनऊ

कुदरत उनके परिवार को सहने की शक्ति दे, सीडीएस के निधन पर बोलीं मायावती

तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायुसेना के एक हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी का निधन हो गया है. इसके बाद पूरे देश में शोक की लहर है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इस घटना पर दुख जताया है.

मायावती ने ट्विटर पर लिखा, ”देश के सर्वोच्च 5 स्टार रैंक के पहले चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ व पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत सहित कई सैन्य अफसरों की आज तमिलनाडु में हुई हेलीकाप्टर दुर्घटना में मौत अति दुखद व जबरदस्त क्षति. मेरी गहरी संवेदना. कुदरत उनके परिवार व अन्य सभी को इस क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करे.”

ऐसा रहा सीडीएस बिपिन रावत का सफर

जनरल रावत आर्मी चीफ से 31 दिसंबर 2019 को रिटायर होने के बाद देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बने थे. वह 31 दिसंबर 2016 को आर्मी चीफ बनाए गए थे. उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले जनरल रावत को पूर्वी सेक्टर में LoC, कश्मीर घाटी और पूर्वोत्तर में काम करने का लंबा अनुभव था. अशांत इलाकों में काम करने के अनुभव को देखते हुए मोदी सरकार ने दिसंबर 2016 में  जनरल रावत को दो वरिष्ठ अफसरों पर तरजीह देते हुए आर्मी चीफ बनाया था.

जनरल रावत की उपलब्धियां

-1978 में सेना की 11वीं गोरखा राइफल्स की पांचवी बटालियन में कमीशन मिला था.
-भारतीय सैन्य अकादमी में उन्हें सोर्ड ऑफ ऑनर मिला.
-1986 में चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इंफैंट्री बटालियन के प्रमुख थे.
-जनरल रावत ने राष्ट्रीय राइफल्स के एक सेक्टर और कश्मीर घाटी में 19 इन्फैन्ट्री डिवीजन की अगुआई भी की.
-बिपिन रावत ने कॉन्गो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन का नेतृत्व भी किया.
– एक सितंबर 2016 को उप सेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली थी.

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