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फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र लगाने में पूर्व चेयरमैन गिरफ्तार

  • मदरसे में सहायक अध्यापिका के लिए किया था फर्जीबाड़ा
  • कई थानों की फोर्स ने अल सुबह निकहत को किया अरेस्ट
  • वर्तमान चेयरमैन रेयाज अंसारी हुए फरार, होगी कार्रवाई

गाजीपुर। नगर पंचायत बहादुरगंज की पूर्व चेयरमैन एवं वर्तमान चेयरमैन रेयाज अंसारी की बर्खास्त शिक्षिका पत्नी निकहत परवीन को फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी हथियाने के आरोप में शनिवार को कई थानों की पुलिस फोर्स ने बहादुरगंज में उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया।

इस पूरे खेल में शामिल वर्तमान चेयरमैन रेयाज अंसारी फरार हो गए। दोनों मुख्तार गैंग के काफी नजदीक रहे हैं। एसपी ओमवीर सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस करके मामले की जानकारी दी।

कहा कि जल्द ही चेयरमैन दंपत्ति की संपत्तियों को सीज कराया जाएगा। पुलिस की इस कार्रवाई से पूरे नगर में खलबली मची हुई है। इन पर 120बी के तहत कार्रवाई की गई है।

नगर के भाजपा नेता फैजान खान ने 22 नवंबर 2022 को बहादुरगंज नगर पंचायत की पूर्व अध्यक्ष चेयरमैन निकहत परवीन की योग्यता पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की थी।

शिकायती पत्र में कहा गया था कि मदरसे में सहायक अध्यापक पद के लिए 55 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है। लेकिन तत्कालीन बोर्ड ने 52 प्रतिशत पाने वाली निकहत को सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त कर दिया।

यह भी बताया गया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना से हाई स्कूल 1990 और उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद से 2005 में इंटरमीडिएट की थी।

शिकायत पर हुई जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि उन्हें इंटरमीडिएट में 52 प्रतिशत अंक मिले थे। जबकि 55 प्रतिशत नौकरी के लिए अंक होना जरूरी था।

जांच में शिकायत सहित मिलने पर मदरसा शिक्षा परिषद की रजिस्टार डॉक्टर प्रियंका अवस्थी ने तत्काल प्रभाव से उनके वेतन भुगतान पर रोक लगा दी। वहीं जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को जांच कर तत्काल बर्खास्त करने का पत्र जारी कर दिया।

अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को निर्देशित करते हुये कार्रवाई सुनिश्चित कर उन्हें तत्काल पद से हटाते हुए मुकदमा पंजकृत किया जाए। वेतन की धनराशि भी वसूल की जाए।  इस कार्रवाई से मदरसा प्रबंधन समिति में खलबली मची हुई है।

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सचितानंद तिवारी ने बताया कि इस मामले में बर्खास्तगी करते हुए मदरसा मदरसतुल मस्कीन, बहादुरगंज की पूर्व अध्यापिका निकहत परवीन के खिलाफ कासिमाबाद थाने में 27 अक्तूबर को तहरीर दी गई थी।

जिसमें फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी हथियाने के समस्त अभिलेख दिए गए। मुकदमा दर्ज होने के बाद एसपी के निर्देश पर शनिवार की सुबह कासिमाबाद, बिरनो और महिला थाना गाजीपुर की पुलिस टीम अल सुबह ही चेयरमैन रेयाज अंसारी के घर पर दबिश देकर उनकी पत्नी निकहत को गिरफ्तार कर लिया।

इसकी भनक लगते ही रेयाज अंसारी फरार हो गए। एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि बहादुरगंज की पूर्व चेयरमैन को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है।

मुख्तार गैंग के सक्रिय सदस्य हैं रेयाज अंसारी

  • छह बार से दोनों दंपत्ति चेयरमैन पद पर हैं काबिज
  • अंसारी परिवार से चेयरमैन रेयाज का है मधुर रिश्ता

गाजीपुर। अपराध और अपराधिक कार्यों में लिप्त सफेदपोशों पर कार्यवाही लगातार जारी है, आज गाजीपुर की पुलिस ने नगर पंचायत बहादुरगंज के चेयरमैन रियाज अंसारी की पूर्व चेयरमैन पत्नी निकहत परवीन ये दोनांे पति पत्नी 6 बार से चेयरमैन पद पर काबिज हैं और क्षेत्र में काफी रसूखदार माने जाते हैं।

ये कुनबा कभी बसपा तो कभी सपा से जरूरत के हिसाब से बनते रहते हैं। गिरफ्तारी की सूचना एसपी ओमवीर सिंह ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया को दी।

उन्होंने बताया कि जिला अल्प संख्यक विभाग की तरफ से बहादुरगंज नगर पंचायत की पूर्व चेयरमैन निकहत परवीन फर्जी कागजातों के आधार पर मदरसा मदरसतुल मस्कीन, बहादुरगंज में फर्जी तरीके से सहायक अध्यापक पद पर कर रही थी।

नौकरी और फर्जी तरीके से सरकारी कोष से वेतन भी ले रही थी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अध्यापिका / पूर्व चेयरमैन के पति व वर्तमान चेयरमैन का आई एस 191 गैंग के सरगना मुख्तार अंसारी गैंग से काफी करीबी रिश्ता है और इन दोनों की और इनके सहयोगियों की गहन जांच की जा रही है।

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