पिछले महीने, अर्श दल्ला के निकट सहयोगी मनप्रीत सिंह पीटा और उनके भाई मंदीप को फिलीपींस से भारत डिपोर्ट किया गया था। इसके बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उन्हें गिरफ्तार किया। दिल्ली एयरपोर्ट पर उस समय पंजाब पुलिस के कर्मचारी भी मौजूद थे। मनप्रीत ने फिलीपींस में रहते हुए अर्श दल्ला के हुक्म पर कई योजनाएँ बनाई थीं और उन्होंने पंजाब में कई काम किए थे।
इसके बाद, जिन दो अन्य सहयोगियों को भारत में डिपोर्ट किया गया था, उनमें से एक गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भतीजे सचिन भिश्नोई भी थे, जिन्होंने मई 2022 में मूसेवाला की चौंकाने वाली हत्या के बाद भारत लौटने के बाद भारत में बचने की कोशिश की थी। सिद्धू मूसे वाला हत्याकांड के मामले में उन्हें खोज रही भारतीय एजेंसियों ने भारत लाया।
यह घटना कनाडा और भारत के बीच चल रहे एक विदेशी डिप्लोमेटिक विवाद के बीच आई है, जिसमें खालिस्तानी विभाजक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बारे में हो रही है, जिस पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारतीय सरकार के एजेंट्स की संभावित शामिली का आरोप लगाया और एक वरिष्ठ भारतीय डिप्लोमेट को निष्कासित किया। भारत ने इस आरोप को तुच्छ और प्रोत्साहित करने के रूप में खारिज किया और उत्तराधिकारिय भारतीय डिप्लोमेट को भी निष्कासित किया। इसके बाद, भारत ने अपने सभी नागरिकों को कैनेडा में रहने और वहां यात्रा करने की दरखास्त करते समय उत्तम सतर्कता बरतने की सलाह दी है, क्योंकि उत्तरी अमेरिकी देश में बढ़ते भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक अनुमोदित घृणा अपराधों के प्रकरण के मद्देनजर यह सलाह दी गई है।