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विराट कोहली 5 साल में एक भी बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत पाए, अब देनी पड़ेगी कप्तानी की कुर्बानी!

एक कप्तान जो चमक खो चुका है, एक टीम जिसमें कुछ खिलाड़ी फॉर्म से ज्यादा प्रतिष्ठा के दम पर चुने जाते हैं और थके हुए शरीर जो आराम चाहते हैं. ये वो कारण हैं जिनकी वजह से भारत ने काफी खराब तरीके से टी20 वर्ल्ड कप में अपना अभियान शुरू किया. 2021 में खराब खेल के लिए किसी एक पर अंगुली उठाना काफी मुश्किल होगा.

हो सकता है शाहीन अफदीरी की पहली 12 गेंदों ने टीम इंडिया को हरा दिया हो या शायद कप्तान विराट कोहली के शब्दों के अनुसार टीम शायद अपने काम को लेकर साहसी नहीं थी. पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘मैं हैरान हूं. लेकिन हार से ज्यादा हारने के तरीके ने मुझे स्तब्ध किया. आपके पास बहुत सारा सपोर्ट स्टाफ हो सकता है लेकिन खेलना तो खिलाड़ियों को ही हैं. क्रिकेटर्स ही मैदान पर जाकर खेलते हैं.’

विराट कोहली अपने करियर में उस मुकाम पर हैं जहां से उनके खेलने के दिन घटते जाएंगे. शायद इसी वजह से टी20 वर्ल्ड कप से पहले उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया. लेकिन सवाल यह है कि कप्तान के रूप में कोहली क्यों कभी टी20 वर्ल्ड कप, 50 ओवर वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी या आईपीएल में कामयाब नहीं हुए. और क्यों वे दो टीमों की सीरीज में इतने कामयाब हैं. क्रिकेट को पसंद करने वाले लोगों को यह सवाल सबसे ज्यादा परेशान करते हैं.

द्विपक्षीय सीरीज में इस वजह से हैं कामयाब

यदि भारतीय क्रिकेट के गलियारों से जुड़े लोगों से बात की जाए तो उनका कहना है कि कोहली के पास द्विपक्षीय क्रिकेट खेलने के दौरान एक ही विरोधी टीम के सामने अगर किसी तरह की गलती होने पर सुधार का मौका होता है. यदि लगातार पांच मैचों में एक ही टीम होगी तो उनके लिए प्लान बनाना और टीम का नेतृत्व करना आसान होता है. लेकिन जैसे ही मुकाबला बहुत सारी टीमों के टूर्नामेंट में होता है जहां प्लानिंग और रणनीति हरेक मैच के हिसाब से बदलती है तो वह नियंत्रण खो देते हैं.

गावस्कर ने की आलोचना

न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में कंसिस्टेंसी की कमी और रोहित शर्मा के बजाए ओपनिंग में इशान किशन पर दांव लगाना गलत रणनीति थी. रोहित को बचाने से विरोधी टीम को यह संदेश गया कि टीम दबाव में है. सुनील गावस्कर ने इंडिया टुडे से कहा,

अब यह हुआ है कि रोहित शर्मा को कहा गया है कि हम बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का सामना करने के लिए आप पर भरोसा नहीं करते. अगर आप किसी स्थान पर लंबे समय से खेल रहे खिलाड़ी के साथ ऐसा करोगे तो स्वयं भी सोचेगा कि शायद वह इसमें सक्षम नहीं है. अगर इशान किशन 70 के आसपास रन बना देता तो हम उसकी सराहना करते. लेकिन जब यह कदम काम नहीं करता तो आप आलोचना करते हैं.

टी20 वर्ल्ड कप 2021 में अगर टीम इंडिया सेमीफाइनल तक नहीं जाती है तब विराट कोहली से 2023 के 50 ओवर वर्ल्ड कप से पहले वनडे कप्तानी छीनी जा सकती है. यह टूर्नामेंट बस दो साल दूर है. वनडे टीम में भी काफी दिक्कतें हैं. ऐसे में यहां पर भी नया कप्तान चाहिए होगा जो नए आइडिया के साथ टीम को नई दिशा में लेकर जाए.

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