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‘जाटलैंट’ को साधने में जुटी बीजेपी! नाराज किसानों को साधने के लिए मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देखी जा रही पीएम मोदी की ये बड़ी कोशिश

यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही हर दल सियासी समीकरण साधने में जुट गया है. दिल्ली बॉर्डर्स पर चल रहे आंदोलन की वजह से बीजेपी को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. आज जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह के मौके पर पीएम मोदी (PM Modi) ने मास्टर स्ट्रोक खेलकर पश्चिमी यूपी के जाटों को साधने की कोशिश की. पिछले 7 दिनों में दूसरी बार है जब पीएम ने जाटलैंड में बीजेपी की खिसकती जमीन को मजबूत करने की कोशिश की.

आज जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन कर पीएम मोदी ने न सिर्फ देश के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दिखाने की कोशिश की बल्कि राज्य के पांचवें इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बहाने पश्चिमी यूपी के जाटलैंड को साधने की कोशिश की. पिछले 1 साल से ज्यादा समय से चल रहे किसान आंदोलन की वजह से बीजेपी को किसानों का काफी विरोध झेलना पड़ रहा है. इसकी वजह से ऐसा लग रहा था कि जाट बीजेपी से दूरी बनाते जा रहे हैं.

पश्चिमी यूपी के जाटों को साधने की कोशिश

इन हालातों में पीएम मोदी ने 19 नवंबर को तीन कृषिकानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया. पीएम मोदी के इस ऐलान को पश्चिमी यूपी के जाटों को साधने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. कृषि कानूनों को वापस लेने के एक हफ्ते बाद आज नोएडा के जेवर एयरपोर्ट का उद्घाटन किसी मास्टर स्ट्रोक से कम नहीं है. बता दें कि किसान आंदोलन की वजह से बिगड़े राजनीतिक समीकरणों को साधने के लिए अखिलेश यादव और जयंत चौधरी एकजुट हो गए हैं. खिसकते वोट बैंक को हासिल करने के लिए जेवर एयरपोर्ट उद्घाटन बीजेपी की बड़ी कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.

नाराज किसानों को साधने में जुटी बीजेपी

बता दें कि यूपी की 403 सीटों वाली विधानसभा में 136 सीटें पश्चमी यूपी से हैं. 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 80 फीसदी सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार सियासी हालात पहले से अलग हैं. पिछले 1 साल से ज्यादा समय से चल रहे किसान आंदोलन की वजह से जाटों मं बीजेपी के लिए नाराजगी देखी जा रही है. इससे आगामी चुनाव में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है. लेकिन बीजेपी अब जाटलैंड को साधने की कोशिश में जुट गई है.

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