उत्तर प्रदेशपीलीभीत

पीलीभीत: मुनाफे का झांसा देकर रकम जमा कराई, फिर दफ्तर कर दिया बंद, रिपोर्ट दर्ज

पीलीभीत। कोर्ट के आदेश पर सुनगढ़ी पुलिस ने बरखेड़ा क्षेत्र के ग्राम खमरिया पंडरी की निवासी बानो बेगम पत्नी इसरार बख्श की ओर से धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। जिसमें लखनऊ के अलीगंज उत्तरी लखनऊ क्षेत्र के शाही सदन सेक्टर 17 के निवासी प्रदीप कुमार अस्थाना, गौतमबुद्ध नगर निवासी अतुल कुलश्रेष्ठ (कंपनी चेयरमैन), विराट खंड गोमती नगर लखनऊ निवासी डीपी पाठक, आरोपी कॉम्पलेक्स अलीगंज लखनऊ निवासी अभिनय अस्थाना को आरोपी बनाया है।

दर्ज की गई रिपोर्ट में पीड़िता ने बताया कि अभियुक्तों ने एक कंपनी कैमुना क्रेडिट को-आपरेटिव सोसायटी बनाई थी। जिसका कार्यालय पीलीभीत में सुनगढ़ी क्षेत्र के मंडी समिति गेट रिलायंस पेट्रोल पंप के पास बनाया था। इस कंपनी में पीड़िता ने 22 दिसंबर 2012 से 30 मार्च 2019 तक सीनियर एएसओ के पद पर कार्य किया।

पीड़िता ने लोगों के शुभ लक्ष्मी स्कीम और किसान विकास पत्रकों के माध्यम से 2.10 लाख रुपये जमा किए। जिसकी रसीद व पासबुक सोसायटी में जारी की गई थी। जब भुतान का समय पूरा हुआ तो अभियुक्त दफ्तर बंद कर भाग गए। पीड़िता ने कंपनी के चेयरमैन समेत अन्य पदाधिकारियों से भुगतान को लेकर बात की तो कई साल तक टालमटोल की जाती रही। कोई संतोषजनक जवाब तक नहीं दिया गया।

उधर, जिन लोगों की मेहनत की कमाई पीड़िता के द्वारा कंपनी में लगवाई गई थी, वह तकादा कर रहे हैं। यह भी बताया कि इस सोसायटी के नाम पर शाहजहांपुर, मिर्जापुर समेत कई जनपदों में जमीन है। ब्याज समेत अधिक धन लौटाने का झांसा देकर आरोपी लोगों की मेहनत की कमाई हड़प रहे हैं। उस वक्त पुलिस से शिकायत की गई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते उन्हें कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। सुनगढ़ी पुलिस मामले की विवेचना में जुट गई है।

उधर, न्यूरिया क्षेत्र के मोहनपुर गांव निवासी होरीलाल ने दियोरियाकलां कोतवाली क्षेत्र के कुसुमा गांव निवासी कुछ लोगों पर नौकरी का झांसा देकर तीन लाख रुपये ठगी का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि आरोपियों ने पीड़िता की पुत्री की योग शिक्षिका पद पर नियुक्ति का झांसा देकर रकम ठगी थी। एक फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया था। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

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