उत्तर प्रदेशसुलतानपुर

विद्यार्थी को पत्रकार की भूमिका में तैयार करें : रामजी सिंह

  • नई शिक्षा नीति पर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित

सुलतानपुर। भारतीय शिक्षा समिति पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रदेश निरीक्षक रामजी सिंह ने कहा कि विद्यार्थी को ऐसी शिक्षा से जोड़ें, वह शिक्षक से डरे नहीं। विद्यार्थी को पत्रकार की भूमिका में तैयार करें जिससे उनमें पूछने की जिज्ञासा विकसित हो। नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय विवेकानंद नगर में बुधवार को नई शिक्षा नीति 2020 विषय पर केंद्रित बाल कल्याण समिति से संचालित समस्त सरस्वती शिशु व विद्या मंदिर के आचार्यों की दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में अतिथियों का परिचय व सम्मान प्रधानाचार्य विक्रम बहादुर सिंह परिहार ने किया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश निरीक्षक रामजी सिंह ने कहा कि शिक्षा आनंदमयी, संवादात्मक, प्रयोगाधारित व अधिगमपूर्ण हो। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के क्षेत्र यात्रा को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए जिससे वह विषय वस्तु को नजदीक से जान सकें। इससे उनका विषय ज्ञान बढ़ेगा। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर भारतीय शिक्षा समिति पूर्वी उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री डॉ. राम मनोहर ने माल्यार्पण करके किया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विस्तार से चर्चा की तथा विद्या भारती का लक्ष्य एवम उद्देश्य पर भी प्रकाश डाला।

इसी क्रम में द्वितीय चरण में संभाग निरीक्षक काशी प्रान्त दयाराम ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विस्तार से चर्चा की तथा उन्होंने इस पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि नई शिक्षा नीति बाल केंद्रित एवं दंड विहीन होनी चाहिए। शिक्षक विद्वान नहीं, विद्यावान बनें। उन्होंने कहा कि विद्या भारती का उद्भव 1952 में हुआ था। 1977 में नामकरण हुआ। पहला विद्यालय 1946 में कुरुक्षेत्र में हुआ। इसका उद्देश्य शिक्षा समाज पोषित हो। मातृभाषा में शिक्षा दी जानी चाहिए। संभाग निरीक्षक दयाराम यादव ने भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं विद्या भारती के लक्ष्य पर चर्चा की। उन्होंने आचार्यो का आह्वान किया कि वह अरुण, उदय व प्रभात पर अधिक फोकस करें।

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