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हरीश रावत ने कहा- केंद्र में सत्ता हासिल करने के लिए कांग्रेस को भी अपनानी होगी बीजेपी की तकनीक

कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने बुधवार को कहा कि अगर कांग्रेस केंद्र की सत्ता में वापसी चाहती है तो उसे भी अपने क्षेत्रीय नेताओं को मजबूत करने की भारतीय जनता पार्टी की तकनीक अपनानी होगी. अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष रावत ने एक कानक्लेव में कहा कि भाजपा ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अपने स्थानीय और क्षेत्रीय नेताओं को मजबूत किया.

उन्होंने कहा, ‘‘हमें भी यही तकनीक अपनानी होगी जिससे राहुल गांधी 2024 में प्रधानमंत्री बन सकें.’’ हरीश रावत ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर जीत की राह बनाने के लिए कांग्रेस को पहले राज्यों में भाजपा को हराना होगा. इस विचार के पीछे का तर्क स्पष्ट करते हुए रावत ने कहा कि यह राजनीति की उनकी समझ है. उन्होंने कहा कि पार्टी की विचारधारा देखने के अलावा मतदाता अपना प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति को भी देखते हैं जिससे पांच साल के लिए जनता से वादे करने वाले को वे जवाबदेह बना सकें.

इससे पहले, हरीश रावत अपनी ही पार्टी से नाराज होते हुए खुलकर अपनी नाराजगी सोशल मीडिया पर जाहिर कर दी. रावत ने ट्विटर पर लिखा, ”है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है. जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं. जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं. मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है!”

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हरीश रावत के इस ट्वीट से कांग्रेस बड़ी मुश्किल में पड़ गई है. रावत उत्तराखंड में कांग्रेस का सबसे भरोसेमंद चेहरा हैं,  प्रदेश में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी इनके कंधों पर है. सूत्रों के मुताबिक हरीश रावत चाहते हैं कि पार्टी उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा बनाए. रावत का तर्क है कि तमाम चुनावी सर्वे में वो मुख्यमंत्री की पहली पसंद हैं. 11 दिसंबर को एबीपी न्यूज- सी वोटर के ओपिनियन पोल में भी हरीश रावत 33 फीसदी वोटरों की पहली पसंद थे जबकि मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सिर्फ 27 फीसदी लोग ही उत्तराखंड का अगला सीएम बनते देखना चाहते हैं.

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