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अमित शाह की नेताओं के साथ हुई मैराथन बैठक, चुनावी रणनीति पर मंथन और हर बूथ जीतने का दिया टास्क

लखनऊ : 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर कमान अपने हाथ में लेकर मिशन यूपी पर आए केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के रणनीतिकार अमित शाह ने पार्टी नेताओं के साथ कई घंटे बड़ी मैराथन बैठक की. इस महत्वपूर्ण मैराथन बैठक में बीजेपी के तमाम बड़े नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख चेहरे शामिल रहे. जानकारी के अनुसार भाजपा के रणनीतिकार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सरकार और संगठन में बेहतर समन्वय को लेकर सरकार से लेकर संगठन तक के प्रमुख लोगों के पेंच भी कसें. एकजुटता के साथ काम करने की हिदायत भी दी.

उन्होंने दो टूक अंदाज में कहा कि 2022 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़नी है. दो कहा कि जहां जो कमियां हैं, उसे बेहतर किया जाए. हर बूथ को जीतना है. पार्टी संगठन के काम और अभियान को धार देते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी पूरी तरह से नवंबर महीने से दिवाली के बाद चुनावी मोड में नजर आएगी. इसको लेकर अलग-अलग अभियान और कार्यक्रम किए जाने हैं.

पार्टी की तैयारियां अन्य राजनीतिक दलों की अपेक्षा ज्यादा अच्छी है. बावजूद इसके हमें और अधिक मेहनत करने की जरूरत है. केंद्र और राज्य सरकार ने जो जनहित के काम किए हैं. उन उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाना है. विपक्षी दलों के काम के साथ-साथ उनकी जो नकारात्मक राजनीति है, उसे भी जनता तक पहुंचाना है. भाजपा सरकार और विपक्षी दलों के शासन के दौरान क्या अंतर है, उसे तुलना करते हुए लोगों को बताना है.

कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव से भी बड़ी जीत का लक्ष्य में पार करना है. उन्होंने बैठक में 305 का नारा भी दिया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ने वाली है. जहां विधायक चुनाव जीतने की स्थिति में नहीं हैं, उसको लेकर पूरी रिपोर्ट उनके पास आ चुकी है. 100 से अधिक पार्टी विधायकों के टिकट काटे या बदले जाएंगे.

इसके अलावा उन्होंने बड़बोले नेताओं और संगठन और सरकार के बीच समन्वय न होने को लेकर भी नाराजगी जताई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी के प्रमुख नेताओं और चुनाव प्रभारी वह चुनाव प्रबंधन की टीम से जुड़े प्रमुख नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खुद उनकी उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाली रैलियों को लेकर भी चर्चा की.

सूत्रों का कहना है कि दिवाली के बाद से प्रधानमंत्री सहित केंद्रीय नेताओं की रैलियां उत्तर प्रदेश में आयोजित करने को लेकर रूपरेखा तैयार की गई है. जल्द ही अंतिम रूप देते हुए प्रदेश भर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य बड़े नेताओं की रैलियां आयोजित की जाएंगी. इस महत्वपूर्ण बैठक में यूपी चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री सह प्रभारी अनुराग ठाकुर, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहे. इसके अलावा अमित शाह ने अन्य प्रमुख नेताओं और सरकार के मंत्रियों को भी अलग-अलग बुलाकर बैठकें कीं. अमित शाह रात्रि प्रवास यूपी बीजेपी मुख्यालय पर ही करेंगे.

बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कहा कि अमित शाह के साथ बैठक हुई है. चुनाव प्रबंधन और चुनावी तैयारियों को लेकर चर्चा की गई है. हर बूथ पर कमल खिलाने का लक्ष्य है और हम इस लक्ष्य को हर हाल में पूरा करेंगे. यह विश्वास भी हम लोगों ने अपने केंद्रीय नेतृत्व को दिया है. पिछले चुनाव से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य है और हमें उम्मीद है कि केंद्रीय नेतृत्व और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में हम यह लक्ष्य पूरा करेंगे. उत्तर प्रदेश में एक बार फिर सरकार बनाने में सफल होंगे.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद सहित कई अन्य नेताओं से मुलाकात की और चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने को लेकर चर्चा की. अमित शाह गठबंधन वाले दलों के साथ 21 नवंबर को राजधानी लखनऊ में एक बड़ी रैली भी कर सकते हैं. ऐसे संकेत पार्टी नेताओं और निषाद पार्टी की तरफ से मिले हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शाम राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से पार्टी के केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख नेताओं के साथ शिष्टाचार मुलाकात की इस दौरान उत्तर प्रदेश को लेकर राज्यपाल से अन्य तरह से भी जानकारी ली.

इसके पूर्व इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सुबह भाजपा की सदस्यता अभियान की शुरूआत की गई. वहीं, दोपहर बाद वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की बैठक में भी शामिल हुए. इस दौरान 2022 विधानसभा चुनाव फतह करने का जोश भरा. इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेशभर के वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता जुटे. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्या, डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल, प्रभारी राधामोहन, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी समेत कई मंत्री, सांसद, विधायक, पूर्व अध्यक्ष विनय कटियार, डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी पूर्व सांसद मौजूद रहे.

इसके अलावा पूर्व विधायक विधानसभा व लोकसभा संयोजक भी मौजूद रहे. साथ ही जनसंघ से विधायक रहे श्रीनारायण उर्फ भुलई भी मौजूद रहे. वह 107 साल के हैं. गृह मंत्री ने मंच से उतरकर उनका खुद स्वागत किया. इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे. बैठक के शुभारंभ के बाद मीडिया की इंट्री पर बैन कर दी गई. वहीं बैठक में शामिल होने आए पदाधिकारियों के मुताबिक गृहमंत्री ने वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन किया. आगामी चुनाव में वरिष्ठ कार्यकताओं के अनुभवों को अहम बताया. ऐसे में अगले विधानसभा चुनाव में युवा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ वरिष्ठ कार्यकर्ता भी हुंकार भरते दिखाई देंगे. शाह के फार्मूले से पार्टी कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव फतह करने मैदान में उतरेंगे.

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