उत्तर प्रदेशलखनऊ

लगातार गिर रहा यूपी चुनाव का वोटिंग का ग्राफ, चुनाव आयोग चिंतित

उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों  के मद्देनजर आज चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने 2022 यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर चंद्रा ने कहा कि अंतिम मतदाता सूची 5 जनवरी, 202 को जारी की जाएगी. चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में गिरते मतदान प्रतिशत पर चिंता जाहिर की. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सुशील चंद्रा ने कहा कि 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में 61 फीसदी मतदान हुआ था. 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी में 59 फीसदी मतदान हुआ था. यह चिंता का विषय है कि जिस राज्य में लोगों में राजनीतिक जागरूकता अधिक है, वहां मतदान प्रतिशत कम क्यों है? उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान वोटिंग मतदान की तारीख को सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक होगी. 1250 मतदाता पर एक बूथ तैयार होगा. उन्होंने कहा कि फाइनल मतदाता सूची आने के बाद उसमें नाम जोड़े जा सकेंगे.

नहीं टाले जाएंगे चुनाव

चुनाव आयोग ने बताया कि, राजनीतिक दलों ने अनुरोध किया कि कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए चुनाव कराए जाएं. हालांकि, उन्होंने रैलियों के आयोजन को लेकर चिंता व्यक्त की है. वहीं, चुनाव आयुक्त ने कहा कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग अगर ना आना चाहें तो चुनाव आयोग उन्हें घर पर वोट डालने की सुविधा देगी. इसके अलावा, ये सुविधा विकलांग और कोविड प्रभावित लोगों के लिए भी होगी. इसके लिए बकायदा एक टीम मतदाताओं के घर जाएगी और उन्हें वीडियोग्राफी का टाइम बताया जाएगा.

पोलिंग टाइम एक घंटा बढ़ाया जाएगा

चुनाव आयुक्त ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 15 करोड़ मतदाता हैं. चुनाव में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा. इस दौरान सभी उचित उपाय किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कई राजनैतिक पार्टियों ने रैलियों की संख्या को कम करने की बात कही है. इस बार कोरोना को देखते हुए पोलिंग टाइम को एक घंटा बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा, सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट लगाए जाएंगे. चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए लगभग 1 लाख मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी. इसके अलावा, सभी मतदान अधिकारी फुली वैक्सीनेटेड होंगे.

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