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अखिलेश यादव ने देवरिया नरसंहार के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की, गोरखपुर एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं पर बरसीं लाठियां

देवरिया के फतेहपुर गांव में करीब 15 दिन पहले हुए नरसंहार में मारे गए दुबे और यादव परिवार के सदस्यों से सोमवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलाकात की और संवेदना प्रकट की. वहीं, गोरखपुर लौटने पर एयरपोर्ट पर उनसे जबरन मिलने की कोशिश में लगे और टर्मिनल में घुसने का प्रयास कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठियां बरसा दीं.

इस दौरान एयरपोर्ट गेट पर अफरा-तफरी मच गई. एसपी ट्रैफिक श्याम देव खुद मोर्चे पर नजर आ रहे थे. इस बीच सपा प्रमुख लखनऊ रवाना हो गए. देवरिया जाने के लिए जब अखिलेश यादव गोरखपुर एयरपोर्ट दोपहर में उतरे तो भी खूब हंगामा हुआ. पुलिस इसको देखते हुए अपनी मुस्तैदी बनाए हुए थी. इसके बाद वह देवरिया निकल गए.

उन्होंने कहा कि बुलडोजर संस्कृति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. अगर बुलडोजर से ही न्याय शुरू हो जाएगा तो अगली सरकारें भी यही करेंगी. देवरिया में घटना हुई है.

दोनों परिवारों ने अपनों को खोया है. मेरी दोनों परिवारों से मिलने की जिम्मेदारी थी. इसलिए, वे दोनों परिवारों के घर गए. उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि दोनों परिवारों की मदद करें और न्याय दिलाएं. मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, उन्हें इस घटना का राजनीतिक लाभ नहीं लेना चाहिए.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि योगी का मतलब होता है कि दूसरे का दुख अपना दुख समझे. किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए. भाजपा समाज को बांट रही है. समाज इसे समझ रहा है. इस सरकार की नीयत साफ नहीं है. सरकार को दोनों परिवारों के लोगों से मिलना चाहिए था. भाजपा सरकार प्रेम यादव के रिश्तेदारों को परेशान कर रही है.
प्रेम यादव के परिवार की एफआईआर तक नहीं दर्ज कर रही है. सरकार इस तरह की घटनाएं रोके. सभी के साथ न्याय करे. भाजपा के नेता और कार्यकर्ता इस घटना पर राजनीति कर रहे हैं और इसका लाभ लेना चाहते हैं.
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने अखिलेश यादव के देवरिया दौरे की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अखिलेश यादव देवरिया जिले के फतेहपुर गांव पहुंचे. उन्होंने दोनों परिवारों के बीच हुए हत्याकांड की जानकारी ली और संवेदना प्रकट की. उन्होंने कहा कि ऐसी दर्दनाक घटना उत्तर प्रदेश में पहले नहीं हुई. इस घटना की निंदा करते हैं.
अखिलेश यादव पहले सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंचे और घटना के संबंध में जानकारी ली. उसके बाद प्रेम प्रकाश यादव के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी और परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी. अखिलेश यादव ने प्रेम प्रकाश यादव की पत्नी और बेटियों से भी बात की.

देवरिया जिले के फतेहपुर गांव में दो परिवारों के बीच हुए विवाद में 6 लोगों की हत्या हो गई थी. अखिलेश यादव ने इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि देवरिया कांड शासन-प्रशासन और न्याय के लिए बड़ी चुनौती है. सरकार ने स्वीकार किया है कि उसकी कमी है. छोटे अधिकारियों से गलती हुई है.

इसीलिए उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है. इस घटना को हम विधानसभा में उठाएंगे. उन्होंने कहा कि अधिकारी जिस भी स्तर के हों, उन्हें न्याय करना चाहिए. प्रेम यादव के परिवार को न्याय मिलना चाहिए. समाज संतुलित न्याय चाहता है. सरकार न्याय नहीं दिला पा रही है.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि देवरिया में जो घटना हुई है, वह गलत हुई है. देवरिया के जिलाधिकारी ने खुद कहा कि घटना रिटेलिएशन में हुई है. अगर प्रेम यादव की हत्या न हुई होती तो मासूमों की जान नहीं जाती.

प्रेम यादव की हत्या धारदार हथियार से हुई. जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली सरकार अभी तक यह सच्चाई सामने नहीं ला पाई है कि पहली घटना कैसे हुई. अखिलेश ने कहा कि प्रेम यादव को बुलाकर मारा गया. सरकार इस बात को क्यों छुपा रही है? दोनों घरों के बीच दूरी है. आखिर क्या वजह रही कि प्रेम यादव सुबह ही सुबह दूसरे परिवार के घर गए और उनकी हत्या हो गई.

उन्होंने कहा कि बुलडोजर संस्कृति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है. अगर बुलडोजर से ही न्याय शुरू हो जाएगा तो अगली सरकारें भी यही करेंगी. देवरिया में घटना हुई है. दोनों परिवारों ने अपनों को खोया है.

मेरी दोनों परिवारों से मिलने की जिम्मेदारी थी. इसलिए, वे दोनों परिवारों के घर गए. उन्होंने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि दोनों परिवारों की मदद करें और न्याय दिलाएं. मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, उन्हें इस घटना का राजनीतिक लाभ नहीं लेना चाहिए.

भाजपा सरकार प्रेम यादव के रिश्तेदारों को परेशान कर रही है. प्रेम यादव के परिवार की एफआईआर तक नहीं दर्ज कर रही है. सरकार इस तरह की घटनाएं रोके. सभी के साथ न्याय करे. भाजपा के नेता और कार्यकर्ता इस घटना पर राजनीति कर रहे हैं और इसका लाभ लेना चाहते हैं.

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