कर्नाटक की राजधानी आज एक शहर-व्यापी बंद की श्रृंगारिक रूप से गवाही दे रही है, तमिलनाडु जैसे पड़ोसी राज्य के लिए कावेरी जल का विमोचन के खिलाफ। प्रदर्शनकारियों की उम्मीद है कि इसमें विपक्षी दलों और प्रो-कन्नड़ समूहों सहित कई तरफ़ से लोग शामिल होंगे।
सीडब्ल्यूआरसी ने कहा कर्नाटक से हर दिन 28 सितंबर से 3000 क्यूसेक पानी छोड़ने को
राज्यभर में शुक्रवार को एक और बड़ा बंद का आलाह दिया गया है। दो दक्षिणी राज्यों के बीच कावेरी नदी के पानी की विवाद दशकों से चल रहा है। इस मुद्दे को हाल ही में तब ज्यादा उत्तेजना मिली थी, जब कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण (सीडब्ल्यूएमए) के आदेश के बाद कर्नाटक से तमिलनाडु के लिए 5000 क्यूसेक पानी छोड़ने का आदेश आया। पिछले कुछ दिनों से यह मान्य किया जा रहा था कि इसमें अकाल की तरह की स्थिति के बीच पानी छोड़ने के लिए पानी नहीं है।
इसलिए किसान और गतिविधि समूहों ने मांड्या, उडुपी, बेंगलुरु और कई अन्य स्थानों पर पानी के विमोचन के खिलाफ प्रदर्शन किया है।