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स्लो वैक्सीनेशन ने बढ़ाई टेंशन! केंद्र ने 3 नवंबर को 11 मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई… लिस्ट में महाराष्ट्र-यूपी शामिल

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तीन नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रियों मनसुख मंडाविया और भारती पवार की उपस्थिति में कम से कम 11 राज्यों की टीकाकरण क्षमता बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई जाएगी, जिनकी वर्तमान संख्या राष्ट्रीय औसत से कम है. दोपहर 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल होने वाले हैं. इसमें 11 राज्यों के मुख्यमंत्री और 40 से अधिक जिलों के जिलाधिकारी उपस्थित रहेंगे.

इससे पिछले हफ्ते मंडाविया ने देश भर में टीकाकरण को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर सभी राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की थी, ताकि नवंबर के अंत से पहले पहली खुराक का कम से कम 100 प्रतिशत टीकाकरण पूरा किया जा सके. केंद्र सरकार ने 2 नवंबर से घर-घर टीकाकरण अभियान शुरू करने की भी बात कही है, जो ‘धनवंतरी दिवस’ या ‘धनतेरस’ का प्रतीक है.

“हर घर दस्तक” अभियान को हरी झंडी दिखाएंगे PM मोदी

पीएम मोदी आधिकारिक तौर पर उस दिन घर-घर टीकाकरण अभियान को हरी झंडी दिखाएंगे, जिसे केंद्र ने “हर घर दस्तक” नाम दिया है. केंद्र के संज्ञान में आया है कि बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्य पहले और दूसरे के लिए राष्ट्रीय औसत से पीछे चल रहे हैं. केंद्र के संज्ञान में यह भी आया है कि 11 करोड़ के करीब लोग अतिदेय होने के बावजूद दूसरी खुराक लेने के लिए आगे नहीं आए हैं. कुल मिलाकर, यह 17 राज्यों की आबादी है जिसने इस संख्या में योगदान दिया है.

इन राज्यों में दूसरी डोज के लिए नहीं पहुंच रहे लोग

उत्तर प्रदेश की 1.6 करोड़ से ज्यादा आबादी दूसरी खुराक के लिए नहीं आई है. इनमें से 50,000 से अधिक ऐसे हैं जिन्होंने चार सप्ताह से अधिक समय पार कर लिया है जो दो खुराक के बीच निर्धारित अंतराल से अधिक है. इसी तरह मध्य प्रदेश की 1.10 करोड़ से ज्यादा आबादी को अभी दूसरी खुराक लेनी है. राजस्थान में अतिदेय जनसंख्या 86 लाख और महाराष्ट्र में 76 लाख से अधिक है. वहीं, बिहार में, यह संख्या 72 लाख से अधिक है, जबकि तमिलनाडु में 60 लाख से अधिक लोगों को दूसरी खुराक के लिए पात्र होने के बावजूद अभी तक टीका नहीं लगाया गया है.

कर्नाटक में 51 लाख से अधिक, गुजरात में 42 लाख, छत्तीसगढ़ में 39.95 लाख, तेलंगाना में 36.6 लाख, बंगाल में 36.16 लाख, झारखंड में 33.8 लाख, ओडिशा में 33 लाख, हरियाणा में 27 लाख, पंजाब में 26.4 लाख, केरल में लगभग 25 लाख और असम 21 लाख से अधिक. 17 राज्यों के कुल 49 जिलों ने भी पहली खुराक के लिए 50 प्रतिशत से कम टीकाकरण संख्या की सूचना दी है. झारखंड के जिलों में गोड्डा, देवगढ़, पश्चिमी सिंहभूम और अन्य शामिल हैं. महाराष्ट्र के जिन जिलों में पहली खुराक के टीकाकरण के 50 प्रतिशत से कम की सूचना दी गई, उनमें औरंगाबाद, हिंगोली, नांदेड़ और बीड शामिल हैं.

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